The Richest Man in Babylon in hindi
चैप्टर 1
परिचय
“द रिचेस्ट मेन इन बेबीलोन” जोर्ज एस कलासन ने लिखी है. लेखक एक रिटायर सोल्ज़र था जो बाद में एक बिजनेसमेन बन गया. उनकी एक बुक फाईनेंशियल एडवाइस पर सबसे फेमस स्टोरी है. इस बुक के आईडियाज सच में इफेक्टिव है और आज की प्रेजेंट लाइफ में उतने ही काम के है. इसमें एनशियेंट बेबीलोन के बारे में एक स्टोरी है. स्टोरी का मेन थीम है मनी मैनेजमेंट के 7 बेसिक प्रिंसिपल को इस तरीके से समझाना ताकि ये ईजिली सबकी समझ में आ सके. जैसे कि ,
• एक बैटर फ्यूचर के लिए अपनी टोटल अर्निंग का कम से कम 10% किसी इन्वेस्टमेंट फंड में सेव करे
• जो 90% आपके पास बचता है उसमे गुज़ारा करे और हो सके तो उसमे भी कुछ सेविंग करे.
• आपके पास जो भी कैपिटल है उसे ऐसे प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट करे जिसका कम्पाउंड इंट्रेस्ट मिलता रहे और आपकी सेफ, स्टीडी इनकम होती रहे,
• उन्ही जगहों पर इन्वेस्ट करे जिनकी आपको अच्छी नॉलेज हो या फिर इस मामले में उन लोगो की हेल्प ले जिन्हें इन्वेस्टमेंट का बैटर एक्स्पीरियेंश हो.
• खुद का घर ले जिससे हर महीने रेंट के पैसे सेव हो सके.
• रियलिस्ट इंश्योरेंश प्रोग्राम ले.
• पैसे कमाने के एक से ज्यादा तरीके ढूंढें जिससे आपकी इनकम इनक्रीज हो.
चैप्टर 2
वो आदमी जिसे गोल्ड की डिजायर थी
ये चैप्टर बंसिर की स्टोरी से शुरू होता है जो बेबीलोन का रहने वाला था. एक दिन वो एक दिवार पर बैठा अपनी सिचुएशन के बारे में सोच रहा था. तभी उसका दोस्त कोब्बी उसके पास आया जिसे बंसिर से कुछ पैसे उधार चाहिए थे. बंसिर और कोब्बी की सालो से दोस्ती थी लेकिन उस टाइम बंसिर के पास कोब्बी को देने के लिए पैसे नहीं थे तो उसने कोब्बी को मना कर दिया. इन्फेक्ट वो खुद पैसे की तंगी से गुज़र रहा था. कोब्बी ये सुनकर काफी डिसअपोइन्ट हुआ और दोनों पैसे की प्रॉब्लम पर डिस्कस करने लगे. दोनों को रियेलाईज़ हुआ कि शायद आगे चलकर उनके बेटे भी जिंदगी भर गरीब ही रहेंगे क्योंकि वे भी उन्ही के फूट्स्टेप पर चल रहे थे.
जब उनकी डिस्कसन एक इम्पोर्टेंट पॉइंट पे पहुंची तो दोनों ने फील किया कि उन्हें ज्यादा पैसे कमाने के तरीके ढूढने होंगे. वे दोनों अपने-अपने हालात का रोना रो रहे थे कि तभी उन्हें अपने दोस्त अरकद की याद आई जो बेबीलोन का सबसे अमीर आदमी था. दोनों ने डिसाइड किया कि चलकर अपने दोस्त की मदद ली लाये. दोनों उसके पास गए और उसे अपनी प्रॉब्लम बताई तो अरकद ने उन्हें लॉ ऑफ़ कैपिटल मेकिंग के बारे में बताया.
हालांकि हर कोई ये एक्सेप्ट करता है कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता और कुछ चीज़े पैसे से भी नहीं खरीदी जा सकती पर ये बात भी सच है कि इस दुनिया में पैसा ही सक्सेस का दूसरा नाम माना जाता है. और इस पर्सपेक्टिव को लेकर ही लोग अमीरी को एक स्कोरकार्ड की तरह लेते है. सक्सेस भी पैसे से ही रीप्रेजेंट होती है क्योंकि ये पैसे से इंसान जो चाहे वो चीज़ कर सकता है.
पास में अच्छा ख़ासा पैसा होने से इंसान अपने लिए हर तरह की ख़ुशी और एंजोयमेंट खरीद सकता है. अलग-अलग लोगो की ज़रूरते भी अलग-अलग होती है. जिसके चलते अक्सर लोगो को कैश की दिक्कत रहती है और कई बार वे अपने बिल्स भी टाइम से नहीं भर पाते. पैसे की इतनी ज्यादा तंगी के चलते ही कई बार लोग समझते है कि शायद पैसा उनके पास आना ही नहीं चाहता. पर ये बात नहीं है. सच तो ये है कि पैसा बहुत है मगर उनके लिए जो दौलत इकठ्ठा करने के लॉ जानते है. अगर आप भी अच्छा खासा पैसा जोड़ना चाहते है तो बैटर होगा कि कम खर्चा करना सीख ले. पास्ट के दुखो पर पछताने के बजाये पैसा और टाइम दोनों सोच समझ कर ही खर्च करे और साथ ही लॉज़ ऑफ़ एक्वीजीशन ऑफ़ मनी पर फोकस करना आपके लिए एक बेनिफिट माइंडसेट होगा.
हम ये सदियों से देखते आये है कि कुछ लोगो के पास हमेशा दुसरो से ज्यादा पैसा होता है. कई लोग इसे गुड लक समझते है या फिर हो सकता है कि उन्होंने कंजूज़ी करके इतनी दौलत जोड़ी हो. खैर, जो भी हो मगर जो इसे सिर्फ गुड लक समझते है उनके लिए लाइफ में अमीर बनने के उतने ही चांस है जितने कि कभी कोई जैकपॉट लगने के. और जो लोग हार्ड वर्क पर डिपेंड रहते है और घंटो काम करते रहते है उनके अमीर होने के चांसेस ज्यादा बनते है. ये एक सिंपल सी अप्रोच है कि पैसा सेविंग से इकठठा किया जा सकता है और कुछ सिंपल रूल्स फॉलो करने से आप अपना पैसा दुगना-तिगुना कर सकते है. हमें बस इन रूल्स पर चलना होगा और थोडा एफर्ट करेंगे तो ज़रूर बहुत सारा पैसा कमा सकते है.