Bechne Ka Sabse Alag Tareeka Book

Bechne Ka Sabse Alag Tareeka

How to Sell Without Selling (Hindi)
आपके बिज़नेस को एक नया और अनोखा दृष्टिकोण देने वाली बुक।

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BEYOND ORDER BOOK IN HINDI

BEYOND ORDER -12 More Rules for Life



Jordan Peterson

इंट्रोडक्शन

आपके रोज़मर्रा के काम में सेफ्टी भी है और कम्फर्ट भी क्योंकि  आपको  पता  होता  है की सुबह  ,दोपहर और रात  में आपको  क्या-क्या   करना  है।  किसी  चीज़   की आदत  पड़ने  से वो आसान लगने लगती है।


लेकिन सेफ्टी और आराम के उस पार एडवेंचर होता है।  चाहे आप एडवेंचर ढूंढ रहे हों या नहीं लेकिन फिर भी अनजान चीज़ों के बारे में कुछ तो ऐसा होता है जो हमें उनकी  और खींचता है।  आप अपने बारे में ऐसी बातें डिस्कवर कर सकते हैं जो आप कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकले बिना कभी भी नहीं खोज पाते।


जब कोई चीज़ जानी-पहचानी होती है तो हमें अच्छा लगता है  लेकिन कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर  ही आप  ग्रो कर पाएँगे।  इससे आपका कैरेक्टर बनता है और आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। 


ये समरी  आपको सिखाएगी की strong और बोल्ड कैसे बनें।  ये सब नई  आदतें और माइंडसेट बनाने से किया जा सकता है।  आप ये सब खुद के लिए , दूसरों के लिए और सोसाइटी के लिए करना सीखेंगे।


तो क्या आप अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए  कुछ  बदलाव करने के लिए तैयार हैं?  

 


Do Not Carelessly Belittle Social Institutions 


इस बुक के ऑथर जॉर्डन पीटरसन एक साइकोलोजिस्ट हैं।  बाकी साइकोलोजिस्ट की ही तरह ही  इनके पास भी अक्सर  अजीब पेशेंट्स आया करते थे।  लेकिन हैरी नाम का पेशेंट था जिसकी ओर  जॉर्डन का ध्यान गया।


हैरी को लोगों से बात करने में, घुलने-मिलने में  बहुत मुश्किल होती थी।  वो अकेला था और सबसे अलग-थलग रहता था।  उसकी बेटियाँ भी  उसके साथ नहीं रहती थीं और उसके भाई बहन बहुत  पहले ही गुज़र चुके थे।  हैरी की  कुछ समय के लिए एक पार्टनर भी थी लेकिन  कार एक्सीडेंट की वजह से उसकी भी मौत हो गई थी। 


 हैरी का बचपन भी उथल पुथल से भरा हुआ था।  उसके पिता  गाली गलौच करते थे और उससे बिलकुल भी प्यार नहीं करते थे।  उसकी माँ शराब के नशे में डूबी रहती थीं।  हैरी कभी भी एक बच्चे और एडल्ट के रूप में अपने साथियों के साथ कनेक्शन नहीं बना पाया।


इन चीज़ों की वजह से हैरी की ज़िन्दगी बर्बाद हो गई थी।  वो डिप्रेशन में रहता था, उसे हमेशा चिडचिडाहट होती थी और जल्दी गुस्सा भी आ जाता था।  जॉर्डन के साथ थेरपी सेशन में भी वो चुप ही रहता था।  उसे लोगों से बात करने की आदत ही नहीं थी तो वो और करता भी क्या?


लेकिन  थेरपी सेशन में ज़रूरी होता है की थेरपिस्ट और पेशेंट बात करें।  लेकिन जॉर्डन ने महसूस किया की हैरी ऐसा नहीं कर पाएगा  इसलिए हैरी के साथ हो रहे सेशन में जॉर्डन ने कुछ हटकर किया।  जॉर्डन चुप रहते थे  और फिर धीरे-धीरे हैरी उनसे बात करने लगा।


शुरू के कुछ सेशंस में तो हैरी ही बात किया करता था।  वो खुद से ही बात करता था।  वो जॉर्डन से आँखें  नहीं मिलाता था और ना ही उनसे कुछ पूछता था।  हैरी को जो चीज़ें परेशान कर रही थीं वो उसके बारे में बताता था।  हैरी एक घंटे ऐसी ही बातें बताकर निकाल दिया करता था जो उसे नापसंद थीं। 


हैरी को जॉर्डन से  बात करने में और उनकी बातें सुनने में कई साल लग गए।  लेकिन अंत में सब कुछ अच्छे के लिए ही हुआ।  हैरी धीरे-धीरे फेस्टिवल्स और आर्ट गैलरी में जाने  लगा।  वो लोगों से कनेक्ट करने लगा और उनसे दोस्ती करने लगा।


हैरी के केस ने  जॉर्डन को  सबसे बेसिक ह्यूमन बिहेवियर के बारे में याद दिलाया कि हमारा मेंटल स्टेट ठीक बना रहे उसके लिए हमें दूसरे लोगों से घुलने-मिलने और बात करने की ज़रुरत है।


ज़रा सोचिए कि अगर  आपके पास कोई बात करने के लिए ही नहीं होगा तो आप अपने दिमाग को ऑर्गनाइज़्ड कैसे रख पाएंगे ? हमें  लोगों से बात करने की ज़रुरत होती है  जिससे की हम  अपने अतीत से कुछ सीख सकें।  अतीत के बारे में बात करने से ये भी डिसाइड करने में मदद मिलती है की हमारे कौन से पुराने एक्सपीरिएंस याद रखने लायक हैं और कौन से नहीं।


जैसे की , जब आप बुरे समय से गुज़र रहे होते हैं  तब आपकी हिम्मत टूटती हुई सी लगती है।  आपके दोस्त आपको याद दिलाएंगे की आप कितने strong  हैं क्योंकि उन्होंने आपको challenges का सामना करते हुए देखा है।  उन्हें  ये सब  याद होता है क्योंकि कभी आपने ही उनसे ये सब शेयर किया था। 


अगर आप फ्यूचर के बारे में भी अपने दोस्तों से बात करेंगे तो बहुत अच्छा होगा।  इससे आपको पता चलेगा की आप अभी कहाँ हैं और आपको आगे क्या करना है।  Example  के लिए, जिल ने अपनी दोस्त क्रिस्टीन  को बताया की उसकी ज़िन्दगी का कोई गोल नहीं हैं।  जिल को नहीं पता की वो ज़िन्दगी में क्या करना  चाहती है,  फिर क्रिस्टीन ने जिल को उसकी qualities और ख़ूबियों के बारे में बताया।


जिल केयरिंग है और दयालु भी।  वो हेल्थकेयर इंडस्ट्री में अपना करियर बना सकती है, जैसे की नर्स या बुजुर्गों की केयरटेकर बन सकती है।


दूसरों लोगों से बात करने में आप ये भी समझ सकते हैं की आप आखिर चाहते क्या हैं।  ट्रिस्टन  का ही example ले लीजिए।  ट्रिस्टन   अपने दोस्तों से हमेशा शिकायत  करता रहता है की उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।  ट्रिस्टन शर्मीला नहीं था, वो हर हफ्ते डेट पर भी  जाया करता था।  लेकिन उसे कोई  ऐसी लड़की नहीं मिल पाई थी  जिसे वो असल में  प्यार करता है। 


फिर उसके दोस्तों  ने उससे पूछा की आखिर वो किस तरह की  लड़की चाहता  है।  ट्रिस्टन  को एक शांत , होशियार और दयालु साथी चाहिए थी।  वो चाहता था की वो लड़की भी  उससे उतना ही प्यार करे जितना वो उससे करता हो।  जब ट्रिस्टन ने  अपने दोस्तों को ये सब बताया तब  उसे एहसास हुआ कि को किस तरह की पार्टनर चाहता है।


ट्रिस्टन ने ये महसूस किया की जिन लड़कियों को वो डेट कर रहा था वो उसकी पसंद से बिल्कुल opposite हैं।  वो ऐसी लड़कियों को डेट कर रहा  था जो मतलबी, फ्लर्ट करने वाली  और गुस्सैल थीं और ये बात उसने तब  फील की जब उसके दोस्तों ने उससे वो  सवाल पूछा था।  तब ट्रिस्टन ने किसी लड़की को जानने के लिए समय निकालना शुरू किया।  ट्रिस्टन ने अब  सिर्फ किसी लड़की के हाँ कह देने से डेट पर जाना बंद कर दिया था। अब वो डेट पर जाने से पहले ये देखता था कि उनमें कितनी compatibility है।

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