इंट्रोडक्शन
दो टाइप की स्किल्स होती हैं जिन्हें हार्ड स्किल्स और सॉफ्ट स्किल्स कहते हैं. हार्ड स्किल्स का मतलब है कॉमन फील्ड वाले नॉलेज और स्किल्स, जिनके बारे में हम जानते हैं जैसे, प्रोग्रामिंग, बिजनेस मैनेजमेंट, एकाउंटिंग वगैरह. सॉफ्ट स्किल्स उन एबिलिटीज़ और qualities को दिखाते हैं जो लोगों के अंदर होती है. उन्हें develop करने के लिए प्रैक्टिस और लगन की ज़रुरत होती है. लेकिन सॉफ्ट स्किल्स का होना आपको अपनी कंपनी या इंडस्ट्री में वैल्यूएबल बना देगा.
जैसे मान लो आप प्रोग्रामिंग में काफ़ी अच्छे हैं लेकिन आपके अंदर कॉन्फिडेंस और लीडरशिप स्किल्स की कमी हैं तो आपको अपने करियर में सक्सेसफुल बनने के लिए इन दोनों को डेवलप करना होगा. अब प्रॉब्लम ये है कि स्कूल में हमें मैथ्स या साइंस जैसे सब्जेक्ट पढाए जाते हैं लेकिन वो हमें कभी इंटरव्यू, पर्सुएशन, इमोशनल इंटेलिजेंस, इफेक्टिव कम्यूनिकेशन वगैरह के बारे में कुछ नहीं सिखाते.
इस बुक के ऑथर रॉनी स्क्रूवाला को एक इंटरप्रेन्योर के रूप में कई दशकों के अनुभव के बाद ये एहसास हुआ कि सॉफ्ट स्किल्स ज़्यादा इम्पोर्टेंट होते हैं . यही वो असली वजह जिसकी वजह से लोगों को hire या प्रमोट किया जाता है और सबसे बड़ी बात, जो employees सॉफ्ट स्किल्स में अच्छे होते हैं उन्हें अपने करियर में सबसे ज़्यादा सेटिसफेक्शन मिलता है.
ये वो इनिविजबल स्किल्स हैं जिन्हें डेवलप करना ज़रूरी है ताकि ये हमें आगे बढ़ा सकें. हम सबकी लाइफ में चेंज आ रहा है. आज कोई इंडस्ट्री ऐसी नहीं है जिस पर मॉडर्न टेक्नोलॉजी का असर ना पड़ा हो इसलिए हमें खुद को इसके लिए तैयार करना होगा. अपने करियर को बचाने और इन सॉफ्ट स्किल्स के साथ भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए तैयार हो जाइए.